Tuesday, 11 September 2012

कोई problem है तुम्हें..!

जिससे आग सुलगी है
वो बयान मेरा है
ये ज़मीन मेरी है
आसमान मेरा है
कोई problem है तुम्हें..!
गली नदी सड़क हवा
शहर की रेलगाड़ियाँ
गगन के सब हवामहल
जहाँ तलक वज़ूद है
पूरा जहान मेरा है
यह ज़मीन मेरी है
आसमान मेरा है
कोई problem है तुम्हें..!
डर की सरज़मीन से
शेर की दहाड़ तक
तिल से लेके ताड़ तक
राई से पहाड़ तक
जहां तलक है ज़िन्दगी
हर मकान मेरा है...
ये ज़मीन मेरी है
आसमान मेरा है
कोई problem है तुम्हें ...!