पहले तो सारा अफसाना
बतलाने बैठे
वो फिर
बात जबां तक आते आते
बात बना कर चले गए।
ऐसे चाँद सवालों पर वो
आँख नचा कर चले गए
चुप थे
फिर भी अनजाने में
शोर मचा कर चले गए
अंगडाई से पहले उनका
थोड़ा सा इठला लेना ,
उनको क्या मालूम
कहाँ वो
आग लगा कर चले गए।
सीधे साधे सब लम्हों को
वो
उलझा कर चले गए
आए तो कंधा देने पर जाने क्या मस्ती सूझी,
ढोल नगाडे लेकर बैठे
हंस कर गाकर चले गए
पहले थोडी आँख तरेरी
फिर झगडे......
मुस्काए फिर
फिर थोड़ा हौले से चौंके
फिर घबरा कर चले गए
2 comments:
सीधे साधे सब लम्हों को
वो
उलझा कर चले गए...
बढ़िया.
bahut achhe sir...mind blowing...
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